नई दिल्ली। स्टैंडअप कमीडियन कुणाल कामरा की मुश्किल कम होने का नाम नहीं ले रही है। एक वीडियो में नाम लिए बिना महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को टारगेट करने के मामले में अब उन्हें मुंबई की खार पुलिस ने गुरुवार को नया समन भेजा है। इस समन के मुताबिक, उन्हें 31 मार्च को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। इस मुद्दे पर शिवसेना सांसद प्रतापराव जाधव ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात की।
प्रतापराव जाधव ने कहा कि कुणाल कामरा पुलिस और महाराष्ट्र के शिवसैनिकों के डर से भाग रहे हैं। उन्हें पुलिस का सामना करना होगा, अपना बयान देना होगा और देश के कानून के मुताबिक पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई भी करेगी।
उल्लेखनीय है कि खार थाने से मिली जानकारी के मुताबिक, कुणाल कामरा वकील के जरिए पुलिस के संपर्क में हैं। इससे पहले समन जारी होने पर कुणाल ने 2 अप्रैल तक का समय मांगा था, लेकिन पुलिस ने मोहलत देने से इनकार करते हुए 31 मार्च सुबह 11 बजे तक खार थाने में हाजिर होने के लिए कहा है। इससे पहले कुणाल कामरा को खार पुलिस ने समन भेजकर 25 मार्च को 11 बजे हाजिर होने के लिए कहा था, लेकिन कामरा हाजिर नहीं हुए।
मंगलवार को पूछताछ के लिए पुलिस के सामने पेश न होने के मामले में कामरा ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से फोन पर बातचीत में बताया कि वह अभी मुंबई से बाहर हैं, इस वजह से वह पुलिस के सामने उपस्थित नहीं हो सके। उन्होंने कहा कि मुंबई आकर पुलिस के सामने पेश होने के लिए उन्हें एक सप्ताह का समय चाहिए।
दूसरी तरफ, कुणाल कामरा ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर कर हैबिटेट क्लब में हुई तोड़फोड़ की निंदा की थी, जहां उनका वह शो हुआ था जिसको लेकर विवाद हो गया है। उन्होंने कहा था कि अपनी टिप्पणी के लिए वह माफी नहीं मांगेंगे। कमीडियन ने इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा था, "हैबिटेट केवल एक मंच है। सभी प्रकार के शो के लिए एक जगह है। हैबिटेट (या कोई अन्य स्थल) मेरी कॉमेडी के लिए जिम्मेदार नहीं है, न ही उसके पास इस बात पर कोई नियंत्रण है कि मैं क्या कहता या करता हूं। न ही कोई राजनीतिक दल ऐसा करता है।"
उन्होंने लिखा, "किसी कमीडियन के शब्दों के लिए किसी आयोजन स्थल पर हमला करना उतना ही मूर्खतापूर्ण है, जितना टमाटर ले जा रही एक ट्रक को इसलिए पलट देना, क्योंकि परोसा गया बटर चिकन आपको पसंद नहीं आया।"